टाइप-2 डायबिटीज़ के लक्षण और उपाय

  • Home
  • >
  • Blog
  • >
  • टाइप-2 डायबिटीज़ के लक्षण और उपाय

टाइप-2 डायबिटीज़ एक आजीवन बीमारी है, जो शरीर में इंसुलिन के इस्तेमाल की मात्रा में कमी लाती है। यह एक आम बीमारी है जो मध्यम और अधिक वर्ष के लोगों को प्रभावित करती है। परंतु यह उन लोगों को भी प्रभावित कर सकती है जो मोटापे के शिकार हैं और उनका बीएमआई 28 से 40 के बीच है। कमर के चारों ओर अतिरिक्त फैट जमा होने की वजह से अक्सर ही अधिक वज़न वाले लोगों को टाइप-2 डायबिटीज़ की शिकायत होती है।

टाइप-2 डायबिटीज़ के लक्षण

आम तौर पर टाइप-2 डायबिटीज़ से पीड़ित व्यक्तियों को लम्बे समय तक इसका पता नहीं चल पाता।
इन लक्षणों में शामिल हैं-
अधिक पेशाब आना
आंखों में धुंधलापन
सनक
हाथ और पैरों में सुन्नता
थकान
भूख अधिक लगना
खमीर संक्रमण
घाव का ठीक ना होना
मुंह सूखा रहना

टाइप-2 डायबिटीज़ का इलाज़

1) वज़न कम करना
जैसा कि ऊपर बताया गया मोटापा टाइप-2 डायबिटीज़ के मुख्य कारणों में से एक है, इसलिए वज़न घटाना टाइप-2 डायबिटीज़ के इलाज़ के समाधानों में से एक बन सकता है। अतिरिक्त वज़न को कम करने से इसके इलाज़ में मदद मिल सकती है, जिसके लिए आप नियमित रूप से व्यायाम का पालन और संतुलित आहार लेना शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही वज़न घटाने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है बैरियाट्रिक सर्जरी, जो तेज़ी से और प्रभावी तरीके से आपकी मदद कर सकती है।

2) अपने ब्लड शुगर लेवल का ध्यान रखें
ब्लड शुगर लेवल का ध्यान रखने से आपको टाइप-2 डायबिटीज़ के इलाज़ में मदद मिल सकती है, खासकर अगर आप इंसुलिन पर हैं तो।

3) व्यायाम
सही वज़न और स्वस्थ शरीर को बनाए रखने के किए किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि महत्वपूर्ण है। जिसमें स्विमिंग, घूमना, वेट ट्रेनिंग, साइकिलिंग या ऐसी कोई भी एक्सरसाइज जिससे आपका ह्रदय एक मिनट में 40-60 बार पंप कर सके। योग भी एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है जो लंबे समय तक चलने वाले परिणाम और मानसिक शांति के लिए बेहतर है।

4) गतिहीन जीवनशैली से बचें
एक लम्बे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से कमर के चारों ओर फैट जमा होना शुरू हो जाता है, जो आगे चलकर टाइप-2 डायबिटीज़ का कारण बन सकता है। इसलिए एक ही जगह ज़्यादा देर तक बैठे रहने से बचें, हर 30 मिनट में अपनी जगह से उठकर शरीर को कुछ कार्य में लगाने की कोशिश करें, शरीर को स्ट्रैच करें और थोड़ा वॉक भी करें।

5) मेटाबोलिक सर्जरी
मेटाबोलिक सर्जरी कराने वाले अधिकतर लोग सर्जरी के कुछ ही दिन बाद ठीक हो जाते हैं और धीरे-धीरे उनका वज़न घटना शुरू हो जाता है। इस सर्जरी का मुख्य उद्देश्य उन लोगों को टाइप-2 डायबिटीज़ से मुक्त कराना है जो व्यायाम और जीवनशैली में बदलाव लाकर भी इसका इलाज़ करने में विफल रहे हैं।

टाइप-2 डायबिटीज़ का अब तक कोई इलाज़ नहीं मिल पाया है। यह एक ज़िन्दगी भर चलने वाली बीमारी है। लेकिन एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर किसी भी प्रकार की बीमारी को रोका जा सकता है। मेटाबोलिक सर्जरी या टाइप-2 डायबिटीज़ को लेकर यदि आपको कुछ सवाल पूछना है तो आप सलाह के किए हमसे संपर्क कर सकते हैं- 6232012342